यह औषधि हेपेटाइटिस ए, बी, सी में अत्यंत लाभकारी है व यकृत के सामान्य कार्यों में सहायक है कमला, पीलिया, यकृत वृद्धि, अरुचि, वमन, क्रमित रोग, पांडू, शारीरिक सामान्य दुर्बलता आदि का समूल नाश करती है भूख कम वह ज्यादा लगना आदि रोगों को जड़ से दूर करने में लाभदायक है |
सेवन विधि :
10-20 ML दिन में दो से तीन बार गुनगुने पानी से |
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